


चित्रकूट की पवित्र धरती, जहां मंदाकिनी की लहरें भक्ति के गीत गाती हैं और कामदगिरि की परिक्रमा मन को शांति देती है, इस बार दीपावली मेले के रंग में और भी निखर उठी हैं। 18 अक्टूबर से शुरू होने वाला पांच दिवसीय चित्रकूट दीपावली मेला आध्यात्मिक उमंग और आधुनिक तकनीक का ऐसा अनोखा मेल पेश कर रहा है कि हर यात्री का मन यहां की सैर को बेकरार हो उठेगा। करीब 30 लाख श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आमद को देखते हुए इस मेले को एक अविस्मरणीय अनुभव देने वाला बनाया गया है।
चित्रकूट की पौराणिकता को इस बार तकनीक ने नए आयाम दिए हैं। पुण्य सलिला मंदाकिनी में दीपदान और कामदगिरि परिक्रमा के बाद मेले का सबसे बड़ा आकर्षण है वर्चुअल रियलिटी दर्शन होगा, जो लोगों को गुप्त गोदावरी, हनुमानधारा, और अक्षय वट जैसे पवित्र स्थलों की त्रि-आयामी सैर कराएगा। वीआर हेडसेट लगाते ही आप खुद को मंदाकिनी के तट पर या कामदगिरि की परिक्रमा में खोया पाएंगे, मानो हर दृश्य जीवंत हो उठा हो! यह अनुभव पहले उज्जैन के महाकालेश्वर और मैहर में देखा गया, लेकिन चित्रकूट में यह पहली बार श्रद्धालुओं को एक अनूठा रोमांच देगा।